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लेखनी प्रतियोगिता -16-Jan-2023


समय के पथ पर फैली है
ये जीवन एक पहेली है।

कभी सुख की राह देखते 
आशा का आँचल छूट गया
और कभी पोंछते आंसू में
कोई हंसी का झरना फूट गया
ये हर रस्ते पर खेली है
ये जीवन एक पहेली है।

जिस कल का सपना कल देखा
वो बनकर आज व्यतीत हुआ
जिस आस की आशा बांधी थी
वो जलकर आशातीत हुआ
क्या कुछ सोचा और क्या पाया
जो मिला वो सच बाकी माया
जितना डूबे इस सरिता में
उतना ज्यादा ये गहराया
हर क्षण बिल्कुल अलबेली है
जीवन भी अजब पहेली है।

हाथों में कर्म की रस्सी है
पैरों में पथ के छाले हैं
आंखों में सुंदर सपने हैं
जीवन के ढंग निराले हैं
रोज डूबता सूरज भी
जाने क्या लेकर जाता है
एक रोज डूबना है सबको
शायद ये याद दिलाता है
जीवन क्या है अठखेली है
जग तो ईश्वर की हथेली है
जीवन अद्भुत सी पहेली है।।



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12 Comments

Babita patel

18-Jan-2023 03:29 PM

beautiful

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Renu

18-Jan-2023 10:24 AM

वाह!👍👍🌺

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Mahendra Bhatt

18-Jan-2023 08:59 AM

शानदार

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Anshumandwivedi426

18-Jan-2023 09:57 AM

सादर धन्यवाद आभार

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